लाखों लोगों को लंबे समय से जिस 8वें वेतन का इंतजार है, उस पर फिलहाल कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है हालिया रिपोर्ट्स और सरकारी रुख को देखते हुए, अब यह तय माना जा रहा है कि कर्मचारियों को इसका लाभ मिलने में समय लग सकता है, आइये परइ जानकारी को कुछ इस प्रकार समझें!
इस बार कितना हो सकता है?
कर्मचारी संगठनों का कहना है कि इस बार फिटमेंट फैक्टर 2.5 से 2.86 के बीच हो सकता है। अगर इसे 2.86 पर तय किया जाता है तो न्यूनतम वेतन 51,000 रुपये के आसपास पहुंच सकता है। 2.5 के आधार पर यह 40,000 से 45,000 रुपये के बीच हो सकता है।
अभी धैर्य रखना जरूरी
जो लोग 8वें वेतन आयोग का इंतजार कर रहे हैं, उन्हें अभी कुछ महीने और धैर्य रखना होगा। जब तक सरकार इसका गठन नहीं कर देती, तब तक कुछ भी तय नहीं है। अब सबकी निगाहें सरकार की अगली घोषणा पर टिकी हैं।
लागू होने में हो सकती है देरी
सूत्रों की मानें तो 8वें वेतन आयोग को लेकर सरकार की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। पहले उम्मीद थी कि इसे 2025 में लागू किया जा सकता है। लेकिन अब 2026 तक इसकी सिफारिशों के लागू होने में देरी की संभावना बढ़ गई है।
अभी तक आयोग का गठन नहीं हुआ है
सातवें वेतन आयोग का गठन फरवरी 2014 में हुआ था और इसने नवंबर 2015 में अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। इसके बाद जनवरी 2016 से सिफारिशें भी लागू कर दी गईं। लेकिन इस बार आयोग का गठन नहीं हुआ है। सरकार ने अभी तक इसके संदर्भ की शर्तें तय नहीं की हैं।
रिपोर्ट तैयार करने में लगता है लंबा समय
विशेषज्ञों के अनुसार, किसी भी वेतन आयोग को अपनी रिपोर्ट तैयार करने में कम से कम डेढ़ से दो साल का समय लगता है। अगर आयोग अभी बनता भी है तो सिफारिशों को लागू होने में 2026 के अंत या 2027 की शुरुआत तक का समय लग सकता है।
वेतन वृद्धि का आधार: फिटमेंट फैक्टर
फिटमेंट फैक्टर हर वेतन आयोग में सबसे अहम भूमिका निभाता है। इससे पुरानी सैलरी को नई सैलरी में बदला जाता है। पिछली बार इसे 2.57 रखा गया था, जिससे न्यूनतम सैलरी 7,000 रुपये से बढ़कर 18,000 रुपये हो गई थी।